व्यापार (बिजनेस) क्या है, सरल और सम्पूर्ण जानकारी | What is business in hindi

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ज्यादातर लोगों को व्यापार (बिजनेस) के संबंध में सहीं जानकारी नहीं होती. वे केवल बड़ी कंपनियों, बड़ी-बड़ी उद्योग, धंधों, व्यवसायों को ही बिजनेस मान बैठते हैं… ऐसा नहीं है कि वे बिजनेस नहीं है. बेसक वे सभी बिजनेस है. परन्तु क्या हमें बिजनेस की सहीं परिभाषा मालूम है.

अधिकतर लोग अपने व्यवसाय को – जिससे वे पैसे कमाते हैं. छोटे-मोटे काम के तौर पर देखते हैं. और यही कारण है कि वे उसे बड़ा बनाने एक ब्रांड विकसित करने की दिशा में कार्य नहीं करते. अधिकतर लोग तो अपने काम को लेकर शर्म महसूस करते हैं. कि मै तो बस छोटा-मोटा काम करता हूँ.

काम कोई सा भी हो शुरुवात हमेसा शून्य से ही होती है. और कोई काम या बिजनेस ऐसा नहीं है जिसे हम अपने हुनर, skills से बड़ा ना बना सके. इसलिए व्यापार के संबंध में अपना सोच बदलिए

कृपया… व्यापार की सम्पूर्ण जानकारी के लिए. व्यापार क्या है विस्तार से वर्णन (business) लेख को पूरा पढ़ें –

प्रोजेक्ट बिजनेस और मार्केटिंग की गहराई से सम्पूर्ण जानकारी

व्यापार क्या है – what is business in hindi

बिल्कुल सरल शब्दों में… वस्तु की खरीदी और बिक्री कर लाभ कमाना व्यापार कहलाता है. उदाहरण के लिए – जब मानव सभ्यता का विकास हुआ तब लोगों ने अनेक वस्तुए बनाना प्रारम्भ की. अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग वस्तुए उत्पादित होने लगी.

जिन जगहों में फसलों का उत्पादन होता था. व्यापारी वहां से फसलों को खरीदते थे और अन्य जगह जाकर (जहाँ फसलों का उत्पादन नहीं होता था) अधिक दाम पर बेचा करते थे. या फिर आनाज के बदले उनसे कोई अन्य वस्तु प्राप्त किया करते थे, यही व्यापार (business) कहलाता था. धीरे-धीरे व्यापार का स्वरुप विस्तृत होता गया।

व्यापार की परिभाषा – definition of business

व्यापार (business) एक बहुत ही बड़ा विस्तृत क्षेत्र है. अलग-अलग लोगों द्वारा व्यापार की अनेक परिभाषाएं दी गई है.. जो इस तरह है –

व्यापार की परिभाषा : – बाजार के मांग को product और सर्विस के माध्यम से पूरा करना तथा मुनाफा प्राप्त करना बिजनेस या व्यापार कहलाता है.

2. परिभाषा : लाभ कमाने के उद्देश्य से उत्पादन करना साथ ही बहुत से लोगों के लिए जॉब क्रिएट करना व्यापार (business) कहलाता है.

3. परिभाषा : मनुष्य की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए वस्तु और सेवाओं का लगातार उत्पादन तथा वितरण व्यापार कहलाता है.

4. परिभाषा : व्यक्ति अपने आइडिया पर काम करके उसका विस्तार करता है तथा उस आइडिया को एक बिजनेस के रूप में परिवर्तित करता है. वह अपने बिजनेस में अनेक लोगों को रोजगार प्रदान करता है यही व्यापार कहलाता है.

5. परिभाषा : लाभ कमाने के उद्देश्य से कार्य प्रारम्भ करना तथा उस कार्य में अन्य लोगों को शालिम करना…. लोगों की जरुरत को अपने काम के माध्यम से पूरा करना तथा अच्छा-खासा पैसे कमाना व्यापार या धंधा, बिजनेस कहलाता है.

व्यापार के प्रकार – type of business

अब तक आप समझ गए होंगे कि व्यापार क्या है. (what is business) चलिए अब व्यापार के प्रकारों को जान लेते हैं.

व्यापार 2 प्रकार का होता है

  • देशी व्यापार (domestic business)
  • विदेशी व्यापार (foreign business)

1. देशी व्यापार क्या है – what is domestic business

जब किसी वस्तु की खरीदी-बिक्री एक ही देश में हो. तब वह देशी व्यापार कहलाता है. कभी-कभी इसे क्षेत्रवर्तीय व्यापार भी कहा जाता है.

देशी व्यापार को भी दो प्रकारों में बाटा गया है –

  • क्षेत्र के आधार पर व्यापार
  • क्रय-विक्रय अर्थात खरीदी-बिक्री के आधार पर

a. क्षेत्र के आधार पर व्यापार क्या है – What is business by region

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क्षेत्र के आधार पर व्यापार 3 से वर्गीकृत है –

  • स्थानीय व्यापार
  • राज्यीय व्यापार
  • अन्तर्राज्यीय व्यापार
स्थानीय व्यापार क्या है – what is local business

स्थानीय व्यापार का तात्पर्य एक ही स्थान या क्षेत्र के अंदर खरीदी-बिक्री करना होता है. जैसे रासन का सामान, साग-भाजी की दुकान इत्यादि.

राज्यीय व्यापार क्या है – what is state business

राज्यीय व्यापार किसी राज्य के अंदर होने वाले क्रय-विक्रय को कहते हैं. उदाहरण के लिए उत्तरप्रदेश के अंदर – काशी, मथुरा में होने वाले व्यवसाय. इत्यादि

अंतर्राज्यीय व्यापार – what is interstate business

अंतर्राज्यीय व्यापार वह व्यापार है जिसके अंदर एक राज्य से दूसरे का का न लेन-देन होता है. उदाहरण के लिए दिल्ली की कोई वस्तु उत्तरप्रदेश में बेचा जाए, केरल की वस्तु कर्नाटका में बेचा जाए इत्यादि.

b. क्रय-विक्रय अर्थात खरीदी-बिक्री के आधार पर व्यापार – Types of business on a buy-sell basis

क्रय-विक्रय के आधार पर भी व्यापार (business) को दो प्रकारों में बाटा जा सकता है –

  • थोक व्यापार और
  • फुटकर व्यापार
थोक व्यापार क्या है – what is wholesale business

इस व्यापार में व्यापारी अधिक से अधिक मात्रा में थोक सामान खरीदता है और फुटकर व्यापारी को बेच देता है. यही थोक व्यापार या होलसेल बिजनेस कहलाता है.

उदाहरण के लिए आपने अपने गांव या शहर में जो छोटे दुकान देखे हैं वे अपने दुकान के लिए सामान थोक व्यापारी से ही खरीदते हैं.

फुटकर व्यापार क्या है – what is retail business

गांव या शहरों के छोटे-छोटे दुकान जो अपने दुकान के लिए थोक व्यापारी से सामान खरीदते हैं और ग्राहक को बेचते हैं. फुटकर व्यापारी कहलाते हैं. यही फुटकर व्यापार का प्रोसेस है.

2. विदेशी व्यापार क्या है – what is foreign busines

विदेशी व्यापार दो अलग-अलग देशों के मध्य होने वाले व्यापार को कहते हैं. जैसे भारत और रूस के मध्य होने वाला व्यापार, भारत और चीन के मध्य होने वाला व्यापार, चीन और रूस के मध्य होने वाला व्यापार इत्यादि.

  • आयात व्यापार
  • निर्यात व्यापार
  • पुनर्निर्यात व्यापार

a. आयात व्यापार क्या है – what is import business

आयात व्यापार में व्यापारी दूसरे देश से माल खरीदता है और अपने देश में लाता है. जैसे चीन से भारत को आने वाली कोई भी सामान आयात व्यापार कहलाएगी.

b. निर्यात व्यापार क्या है – what is export business

निर्यात व्यापार में अपने देश से दूसरे देश को सामान (माल) भेजा जाता है. उदाहरण – भारत से ब्रिटेन को भेजी गई जुट, चाय इत्यादि कोई भी वस्तु निर्यात व्यापार कहलाती है.

c. पुनर्निर्यात व्यापार क्या है – what is re-export business

किसी अन्य देशों से सामान मँगवान तथा स्वयं के देश में उपयोग ना करते हुए किसी दूसरे देशों को बेच देना पुनर्निर्यात व्यापार कहलाता है.

जैसे – भारत अमेरिका से कोई वस्तु मगाता है और स्वयं उपयोग ना करके उस वस्तु को चीन को बेच देता है. इस प्रकार के व्यापार को पुनर्निर्यात व्यापार कहते हैं.

व्यापार में सफल होने के लिए यह लेख अवश्य पढ़ें – व्यापार और सफलता

व्यापार के लाभ या फायदे – business benefits or advantages

हालांकि व्यापार जोखिम से भरा काम है परन्तु इसके अनेक फायदे हैं. जो इस प्रकार है –

  • व्यापार का क्षेत्र असमित है आप जिस फिल्ड में अपना व्यापार शुरू करना चाहे कर सकते हैं. व्यापार संबंधित ज्ञान के साथ.
  • व्यापार में सफल होने पर भरपूर लाभ व पैसे कमाया जा सकता है.
  • व्यापार के जरिये आप दूसरों को रोजगार प्रदान कर सकते हैं.
  • व्यापार के माध्यम से आप देश की अर्थव्यवस्था में योगदान दे सकते हैं.
  • व्यापार में आप अपने विचारों को अधिक से अधिक विकसित कर सकते हैं.
  • व्यापार के माध्यम से अपने प्रोडक्ट को देश विदेश में बेचा जा सकता है.
  • अन्य हजारों फायदे हैं.

व्यापार के हानि या नुकसान – loss of business

जिस प्रकार व्यापार के अनेक लाभ हैं. ठीक उसी प्रकार व्यापार के कुछ हानियां भी मौजूद हैं –

  • व्यापार पूरी तरह से जोखिम से भरा हुआ है. इसमें आप सफल भी हो सकते हैं तथा असफल भी.
  • व्यापार के शुरुवाती साल में आपको लाभ प्राप्त नहीं होता.
  • व्यापार पूरी तरह धैर्य और लगातार मेहनत का काम है. इसलिए जिनके पास धैर्य नहीं है वे व्यापार ना करें.
  • व्यापार में हर कदम पर मुस्किले आती हैं
  • etc

पढ़ें : व्यापार के लिए SWOT Analysis जरूर करें.

व्यापार संबंधित टिप्स –

  • किसी भी व्यापार को शुरू करने से पहले उसके बारे में अच्छे से रिसर्च कर लें.
  • व्यापार जोश में आकर या केवल पैसों के दम पर ना करे, बल्कि एक बेहतर योजना और जानकारियों के साथ व्यापार शुरू करें.
  • व्यापार में हमेसा एक कदम आगे की सोचें, अर्थात भविष्य की जरुरत को देखते हुए प्रोडक्ट प्लान करें.
  • अपने ग्राहक का हमेसा ख्याल रखें और उन्हें उम्मीद से ज्यादा बेहतर दें.
  • व्यापार को बेहतर बनाने की दिशा में हमेसा कार्यरत रहें और लगातार सीखते रहें.
  • अपना लक्ष्य बनायें (मुझे सिर्फ यही करनी है) और सफल होना है.
  • हमेसा सकारात्मक बने रहें.
  • वित्तीय संबंधित सभी जरूरतों को पूरा करें और हमेसा एक बैकअप प्लान बनाये रखें.
  • अपने कमजोरियों पर हमेसा ध्यान दें और उसपे सुधार करें.
  • जोखिम के लिए हमेसा तैयार रहें.
  • व्यापार के शुरुवात में….. अगर अर्जेस्ट किया जा सकता हो तब बड़ी मशीनों पर खर्च ना करें.
  • असफल होने पर निराश ना हों. बल्कि अपने असफलता से सीखते हुए नया शुरुवात करें.
  • बदलाव के लिए हमेसा तैयार रहें.
  • धैर्य रखें.

निष्कर्ष

बिजनेस एक बेहतरीन माध्यम से अपने विचारों के हिसाब से काम करने का और पैसे कमाने का. जरूरी नहीं है कि हर बिजनेस के शुरुवात में अत्यधिक पैसे लगाये जाएँ. अनेक बिजनेस ऐसे हैं जिन्हे बिना किसी इन्वेस्टमेंट के शुरू किया जा सकता. जैसे – ब्रोकरेज.

बिजनेस का एक सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप अपने शौंक को भी बिजनेस में परिवर्तित कर सकते हो. अपने शौक से किया गया बिजनेस असफल होने के बाद भी मजेदार लगती है.

आखिर में

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