उत्पादकता किसी भी देश की उनत्ति और प्रगति के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण कारण हैं, इस लेख उत्पादकता क्या है (what is productivity in hindi) में हम उत्पादकता के बेसिक जानकारियों को जानेंगे।
तथा आने वाले लेख में हम उत्पादकता से सम्बंधित सभी जानकारियों जैसे – उत्पादकता को प्रभावित करने वाले कारक, उत्पादकता का विश्लेषण, उत्पादकता के लाभ व उत्पादकता बढ़ाने वाले माध्यमों को जानेंगे।
उत्पादकता क्या है – what is productivity in hindi
सरल शब्दों में कहा जाये तो उत्पादकता इनपुट और आउटपुट दोनों का अनुपात है अर्थात जितना हम खर्च करते हैं और कितना प्राप्त करते हैं इन दोनों के बीच के माप को उत्पादकता कहते हैं।
उदाहरण के लिए – आप कोई कम्पनी या फैक्ट्री का निर्माण करते हैं उसमे प्रोडक्शन के लिए मशीनों, सामानों, कच्चा मालों, श्रमिकों इत्यादि पर खर्च करते हैं यह आपका इनपुट है। इन सब के बाद आप कितना उत्पादन करते हैं यह आपका आउटपुट होगा।
इन्ही दोनों… इनपुट और आउटपुट के अनुपात को उत्पादकता (productivity in hindi) कहते हैं। उत्पादकता वास्तव में उत्पादन कार्यक्षमता का औसत मापन है।
इसे इस तरह से भी समझा जा सकता है – उत्पादन के लिए प्रयोग किये जाने वाले साधनों और इसके परिणामों के अनुपात को उत्पादकता (productivity in hindi) कहते हैं।
उत्पादकता का मूल उद्देश्य जितना हो सके कम लेना और जितना हो सके अधिकतम देना तथा नैतिक स्तर पर लगातार सुधार करना होता है। इसके अलावा यह जीवन को गुणवत्ता से भरने की प्रक्रिया है, इसे मानव का आधार भी कहा जाता है।
उत्पादकता के सम्बन्ध में यह भी कहा जाता है कि -उत्पादकता में वृद्धि होने की स्थति में लागत मूल्य घट जाता है। साथ ही स्थिर (constant) होने की दशा में लागत भी स्थिर होता है, परन्तु उत्पादकता गिरने की स्थिति में भी लागते घटने लगती है।
इसे इस तरह स्पष्ट कर सकते हैं – जब लगतें न्यूनतम होती है तब उत्पादकता अधिक होती है।
उत्पादकता की विभिन्न परिभाषाएं – Different definitions of productivity in hindi
विभिन्न अर्थशास्त्रियों द्वारा उत्पादकता (productivity) को भिन्न-भिन्न तरीकों से परिभाषित किया गया है, जिनकी सूची आप नीचे देख सकते हैं –
1. डॉक्टर बी. बी. एल के अनुसार उत्पादकता क्या है – परिभाषा
यह उत्पादन के साधनों और उत्पादन के प्रतिफल के बीच एक सम्बन्ध को व्यक्त करता है अर्थात उत्पादकता किसी निश्चित समय तथा दशाओं में विनियोग तथा उत्पादन का मापा जाने योग्य पारस्परिक अनुपात है
2. एल. टेपर के अनुसार उत्पादकता क्या है कि परिभाषा
उत्पादन की पृष्ठभूमि में व्यवस्थाओं की यह अच्छी इक्षा निहित होती है कि उद्योग के तीन आधार….मानव, मशीन, और कच्चे माल का पूर्ण एवं कुशलतम उपाय खोज निकालना।”
3. वी. के आर. मेनन के उत्पादकता क्या है की परिभाषा
उत्पादकता से आशय किसी कार्य को करने, किसी सेवा को प्रदान करने अथवा किसी वस्तु को निर्माण करने का सर्वश्रेष्ठ, सस्ता, सरल और गतिशील उपाय हो।”
4. संयुक्त राज्य के आनुषंगिक अंग अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (I.L.O.) के अनुसार उत्पादकता की परिभाषा
उत्पादन के सभी साधनों या अंगों अर्थात श्रमिकों, मशीनों, साल और पूँजी आदि को वैज्ञानिक आधार पर लगाया जाना ही उत्पादकता है।”
5. उत्पादकता की तकनिकी परिभाषा के अनुसार
उत्पादकता और साधनों (qutput and input) के बीच का अनुपात या उत्पादकता किसी उत्पादन (output) और उसे प्राप्त करने के लिए प्रयुक्त साधनों (input) के पारस्परिक साधनों को दर्शाता है” अर्थात –
कुल उत्पादन
उत्पादकता = ——————–
प्रयुक्त साधन
उत्पादकता और उत्पादन में भिन्नता
चुकि उत्पादकता और उत्पादन एक सामान दिखने वाले शब्द है इसलिए लोग अक्सर इन्हे एक दूसरे के सामनार्थी समझने की गलती कर बैठते हैं। परन्तु उत्पादकता और उत्पादन बिल्कुल अलग है और इन दोनों में पर्याप्त भिन्नता है।
उत्पादकता (productivity in hindi) – साधनों की कुल उत्पत्ति के अनुपात को उत्पादकता कहते हैं जबकि .
उत्पादन (production in hindi) – समस्त साधनों से प्राप्त होने वाला माल एवं सेवाओं को उत्पादन कहते हैं। चलिए इसे और बारीकी से समझते हैं –
कोई कम्पनी 100 व्यक्तियों के साथ 50 वस्तु बनाती है, वही दूसरी कम्पनी 200 व्यक्तियों के साथ 80 वस्तुओं का निर्माण करती है।
निश्चित रूप से दूसरी वाली कंपनी का उत्पादन (production) पहली वाली कम्पनी से ज्यादा है। परन्तु उत्पादकता (productivity) के मामले में पहली वाली कम्पनी दूसरी वाली कम्पनी से ज्यादा या अधिक है।
उत्पादकता की आवश्यकता क्यों?
उत्पादकता एक सांख्यिक पैमाना है अर्थात इसे संख्या के रूप में मापा जाता है, जो आर्थिक विश्लेषण के हिसाब से विविध साधन सुलभ कराता है। कुछ सालों के अंदर उत्पादकता (productivity) निर्देशांकों पर निर्भरता बढ़ी है,
इसलिए इसे देश की प्रगति का बैरोमीटर कहा जा सकता है। इससे देश में हो रहे आर्थिक एवं औद्योगिक क्षेत्रों का सटीक ज्ञान प्राप्त होता है। यह देशों के आर्थिक विश्लेषण में भी सहायक है।
सकल घरेलु उत्पाद क्या है – GDP
सकल घरेलु उत्पाद अर्थव्यवस्था की आर्थिक प्रदर्शन संबंधित एक बुनियादी माप है, यह एक साल के अंदर देश के भीतर सभी अंतिम माल और सेवाओं का मूल्य है।
सकल घरेलु उत्पाद के लिए 4 चीजे प्रमुख है –
- राजनैतिक सीमा
- एक वर्ष का जीडीपी
- वस्तु और सेवा
- अंतिम मूल्य
देश की सकल घरेलु उत्पाद (जीडीपी) इन्ही तरीकों से निकाला जाता है –
- राजनैतिक सीमा का तात्पर्य उन क्षेत्रों से है जहां राजनैतिक रूप से हमारे देश का अधिकार है जैसे -समुद्र क्षेत्र, दिल्ली से सवारी लेकर अमेरिका गई हवाई जहाज हमारे देश की जीडीपी या संपत्ति है।
- एक वर्ष का तात्पर्य एक साल के अंतर्गत प्राप्त सकल घरेलु उत्पाद से है।
- वस्तु का मतलब – हमारे द्वारा ख़रीदा गया वस्तु चाहे वह कोई भी वस्तु हो उसका टेक्स जीडीपी के अंतर्गत आता है।
- सेवा – जहा हमे पैसे देने के बदले वस्तु ना दे करके सेवा दिया गया हो, जैसे स्कूल, कोचिंग क्लास, हवाई जहाज का सफर सेवा, इत्यादि।
- अंतिम मूल्य का तात्पर्य – वस्तु के पूरी तरह निर्मित होने के बाद हम तक पहुंचने तथा हमारे द्वारा उसका कीमत अदा किया जाना अंतिम मूल्य कहलाता है। उदाहरण के लिए एक डेल का लेपटॉप – इन्टेल के प्रोसेसर, माइक्रोसॉफ्ट का सॉफ्टवेयर, से मिलकर बनता है परन्तु हम उसका अंतिम मूल्य चुकाते हैं ना कि प्रोसेसर का अलग या सॉफ्टवेयर का अलग।
सकल घरेलु उत्पाद (GDP) = उपभोग + सकल निवेश + शासकीय व्यय + (निर्यात – आयात)
उत्पादकता से लाभ – benefit from productivity in hindi
किसी भी देश को उत्पादकता से जो लाभ हो सकता है उनकी सूची नीचे पढ़ें –
- एक अच्छी उत्पादकता से कार्य करने वाले श्रमिक और अधिक कार्य कुशल हो जाते हैं।
- अच्छी उत्पादन से कच्चे माल की लागत में कमी आती है।
- अच्छी उत्पादकता से उत्पाद की गुणवत्ता में सुधार आता है।
- बेहतर उत्पादकता से तैयार माल सस्ता होने के वजह से प्रतिस्पर्धा सुगम होती है।
- अच्छा उत्पादकता से कार्य दक्षता में वृद्धि से वेतन में भी बढ़ोतरी होती है।
- अच्छा उत्पादकता कार्यक्षमता में वृद्धिकारक होता है।
- अच्छी उत्पादकता से उद्यम प्रत्येक नजर से लाभान्वित होता है।
- उद्यम विनियोजनों को संतुष्ट रख पाते हैं।
- अच्छे उत्पादकता से शोधों तथा अनुसन्धान का मार्ग भी प्रशस्त होता है।
- एक अच्छा उत्पादकता सह-उत्पादकों के निर्माण का भी जरिया बनता है।
- अच्छे उत्पादकता से कार्मिक के जीवन स्तर प्रत्येक रूप से सुधार आता है।
- अच्छी उत्पादकता से प्रभावित होकर उद्यम प्रबंधन प्रोत्साहन राशि भी प्रदान करने लगता है।
- उत्पादन लागत में कमी आने से उत्पादों की कीमतें भी कम हो जाती है।
नोट : उत्पादकता के लाभ को विस्तार से यहाँ पढ़े – उत्पादकता के लाभ। * पढ़ें – उत्पादकता को प्रभावित करने वाले कारक
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अंतिम शब्द
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Wow nice information about productivity
धन्यवाद आपके अमूल्य प्रतिक्रिया के लिए
Thanking you… Bahut simple language me aapne samjhaya he.
धन्यवाद अमन जैन जी.. उत्पादकता से संबंधित हमारे अन्य 2 आर्टिकल और हैं. आप चाहे तो उन्हें भी पढ़ सकते हैं. सर्च बॉक्स में Type कीजिये — उत्पादकता