स्वोट विश्लेषण क्या है (100% सफलता) | What is swot Analysis in hindi

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swot analysis in hindi

SWOT analysis : लोगों के लिए हमारे पास हमेसा से कुछ ना कुछ राय या सलाह होता ही है। हमें दूसरों को सलाह देना बेहद पसंद हैं …. परन्तु जब बात अपनी आती है तब क्या हम खुद को सलाह देते हैं, जवाब है.. ज्यादातर तो नहीं।

सोचिये अगर हम खुद के लिए राय बनाते हैं, जिससे हमें पता चलता है कि – हमें क्या करना चाहिए, क्या नहीं करना चाहिए, हम जो कर रहे उसमे सफलता मिलेगा, असफल होने के कितने मौके हैं, इत्यादि …तब हम अपनी life को कितना सरल व आसान बना लेंगे। क्योंकि स्वयं को बेहतर तरीके से स्वयं ही समझ सकते हैं कोई दूसरा नहीं।

Friends आज के इस लेख SWOT Analysis में हम स्वोट विश्लेषण से संबंधित सभी जानकारियों को बारीकी से, बिल्कुल सरल शब्दों में जानेंगें।

स्वोट विश्लेषण क्या है – What is SWOT analysis

SWOT analysis का मतलब होता है तकनिकी रूप से विश्लेषण या आंकलन करना यह विश्लेषण कोई व्यक्ति भी कर सकता है और कोई कंपनी भी अर्थात स्वोट विश्लेषण का उपयोग हर क्षेत्र में अपने आंकलन के लिए किया जा सकता है।

SWOT analysis को इस तरह भी परिभाषित किया जा सकता है – अपने कार्यों में ताकत, कमजोरियों, अवसर, एवं खतरों की पहचान करना उनका आंकलन करना swot analysis कहलाता है।

अपने अंदर के क्षमता, कमजोरियों, मौकों और मुश्किलों का पता लगाना और इसका उपयोग करते हुए भविष्य को बेहतर बनाना SWOT analysis कहलाता है।

स्वोट विश्लेषण का पूरा मतलब – SWOT analysis full form in hindi

SWOT केवल एक शब्द ही नहीं है, बल्कि यह अपने आप में एक बेहतरीन तकनीक है जिसके माध्यम से आप अपने कार्य में सफल होने के मौकों का पता लगा सकते हो, वह भी बहुत आसानी से –

SWOT का पूरा नाम –

  • S अर्थात – strength (ताकत)
  • W अर्थात – weaknesses (कमजोरी)
  • O अर्थात – opportunities (अवसर, मौका)
  • T अर्थात – threats (खतरा)

स्वोट विश्लेषण की सुरुवात, इतिहास – History of SWOT Analysis

स्वोट विश्लेषण की सुरुवात सन 1960 से माना जाता है, इस शब्द का प्रथम बार उपयोग अल्बर्ट हम्फ्री (Albert Humphrey) द्वारा किया गया था। जो अमेरिका के एक व्यवसायी और प्रबंधक सलाहकार थे। बेसक SWOT analysis का उपयोग कंपनियों, व्यवसायों में अपनी क्षमता, कमजोरियों, मौकों और कठिनाइयों को पता लगाने के लिए किया जाता है।

परन्तु स्वोट विश्लेषण मनुष्यों पर भी लागु होता है, क्योंकि जिस प्रकार प्रत्येक उद्यम या कंपनी में ताकत के साथ-साथ कमजोरियां, खतरा और मौका होता है ठीक उसी प्रकार मनुष्य जीवन में भी यह क्रिया होता है। अगर हम इन चारों बातों का पता लगा लेते हैं तब हमारा काम आसान हो जाता है, और सफल होना सुनिश्चित हो जाता है।

स्वोट विश्लेषण के कारक – Factors of SWOT Analysis

स्वोट विश्लेषण का उद्देश्य ऐसी आंतरिक एवं बाह्य कारकों का पहचान करना होता है जो लक्ष्य प्राप्ति के दृस्टि से महत्वपूर्ण है। स्वोट विश्लेषण के लिए दो कारक होते हैं –

  • आन्तरिक कारक
  • बाह्य कारक

स्वोट तकनीक में प्रयुक्त विधियां – Methods Used in SWOT analysis Technique

आप समझ गए होंगें कि SWOT एक मूल्यांकन तकनीक है जिसके माध्यम से हम अपने कार्य को आसान बनाते हैं या चुनाव करते हैं कि किस प्रकार की रणनीति बनानी चाहिए अपने काम को पूरा करने के लिए या उसमे सफल होने के लिए –

SWOT analysis में प्रयुक्त methods के बारे में

swot

1. शक्तियां (strengths)

शक्तियों का तात्पर्य किसी कम्पनी या व्यक्ति के गुणों से हैं स्वोट विश्लेषण (swot analysis in hindi) में सबसे पहले यह जाना जाता है कि कंपनी में ऐसी क्या खासियत है, जिससे वह बाजार में अपना प्रोडक्ट रख सकेगा।

या किसी व्यक्ति में कौन-कौन से गुण है जिससे वह आगे बढ़ सकता है, सर्वप्रथम इसके बारे में जानना आवश्यक है।

2. कमजोरियां (weaknesses)

यह जाहिर है कि अगर किसी व्यक्ति या कम्पनी में कोई गुण या शक्तियां है तो उसमे कमजोरियां भी अवश्य होंगी। कमजोरिया होना गलत नहीं है परन्तु इसका खबर ना रखना बिल्कुल गलत होगा।

कमजोरियों का पता लगाना तथा उसपर काम करना एक बेहतर रणनीति है जिससे आप अपने कार्यक्षमता में वृद्धि करते हैं।

3. अवसर (opportunities)

यह एक आउटपुट तरीका है। अवसर को हम इस प्रकार देख सकते हैं कि हममे या कम्पनी में जो गुण है उसके लिए कितने मौके उपस्थित है। उदाहरण के लिए – कंपनी के लिए यह मौका है कि वह प्रोडक्ट लांच किया जाए जो अच्छा चलेगा जिसका मांग मार्केट में ज्यादा हो ।

किसी व्यक्ति के लिए यह अवसर है कि उसके पास जो गुण है उसके उपयोग के लिए कितना मौका है – जैसे आप एक इंजीनियरिंग की पढाई करना चाहते हैं यह आपका गुण है…..तो यह करने के बाद job लगने के अवसर कितने है यह जानना भी आपके लिए बहुत जरुरी है।

4. खतरा (threats)

SWOT analysis में खतरे का तात्पर्य आपके कॉम्पटीटर से है – वे बाहरी परिस्थतियाँ जो उद्देश्यों को नुकसान पंहुचा सकती है। किसी कम्पनी का खतरा या कम्पटीटर वह कम्पनी है जो उसी टाइप का या वही प्रोडक्ट बनाता है।

ठीक इसी प्रकार किसी व्यक्ति के लिए खतरा है कि उसके कम्पटीशन में अन्य कितने लोग है या जिस चीज में सफल होना चाहता है उसमे बाधाए कितने हैं इत्यादि।

स्वोट विश्लेषण क्यों किया जाता है – Why did SWOT Analysis

कुल मिलाकर किसी बिजनेस, स्टार्टअप, व्यापार, उद्योग, निजी जीवन इत्यादि में अपने क्षमताओं का आंकलन करने के लिए SWOT analysis किया जाता है।

यह हर तरह से फायदेमंद प्रक्रिया है जिसके द्वारा आप अपने गुणों, अवगुणों की पहचान सरलता से कर सकते हैं। इसका उपयोग बेहतर result प्राप्ति के लिए प्रत्येक क्षेत्र में करना चाहिए।

स्वोट विश्लेषण का उपयोग किनके द्वारा किया जाता है – SWOT Analysis is used by

इसका उपयोग खासकर किसी कंपनियों द्वारा अपने कार्य के आंकलन के लिए किया जाता है। परन्तु SWOT analysis का उपयोग प्रत्येक क्षेत्र में तथा प्रत्येक व्यक्ति को अपने दैनिक जीवन में विश्लेषण के लिए किया जाना चाहिए ताकि अपनी कमजोरियों का पता लगाकर उसे बेहतर किया जा सके।

स्वोट विश्लेषण कैसे करें – How to do SWOT Analysis

स्वोट विश्लेषण करने के लिए आप सबसे पहले अपने दिमाग को शांत रखें और एक एकांत जगह पर चले जाए। आप पेन और कॉपी अवश्य रखें। अब जब आप एकांत जगह पर आ गए है..

तब अपने कॉपी के चार पन्ने चुने जिसमे पहले में शक्तिया लिखें, दूसरे में कमजोरी, तीसरे में अवसर, तथा चौथे में खतरा। याद रखें कि अपने बारे में इन सब चीजों को लिखने के लिए पूरी ईमानदारी बरते और सभी चीजों को लिखें –

1. शक्ति का विश्लेषण

अब आप शक्तियां के अंतर्गत जितने भी आपकी शक्ति है या गुण है उसे लिख लें। यह हजारों तरह के हो सकते हैं जैसे- आप किसी विषय को पढ़ने में बेस्ट है, आप एक अच्छा लेखक है, आप अच्छा सिंगर है, अच्छा पेंटर है इत्यादि

इस तरह से अनेक गुण हो सकते हैं उन्हें आप अपनी शक्तियों में लिख लें। जैसे –

  • मेरा communication skills अच्छी है।
  • लोगों के साथ मेरा बर्ताव अच्छा है।
  • मुझमे अच्छी मार्केटिंग स्किल्स है।
  • मेरा चेहरा अच्छा है।
  • लोगों के बीच मेरी इज्जत अच्छी है।
  • मुझमे आत्मविश्वास भरा हुआ है।
  • etc.

2. कमजोरियों का विश्लेषण

अब आप कमजोरियां वाले पन्ने पर आपकी जितनी भी कमजोरिया है उन्हें लिखे, उदाहरण के लिए आपके पास पैसों की कमी है, आप अच्छा पढ़े-लिखे नहीं है। आपमें skills की कमी है आपको किसी भाषा का अच्छा ज्ञान नहीं है इत्यादि इस तरह आप कम से कम दस कमजोरियां लिखें। जैसे –

3. अवसर का विश्लेषण

अब आप अवसर वाले पन्ने पर आने वाली या जो चल रही है उन सारे अवसरों को लिखिए जैसे आप जिस चीज में निपुण है उसमे सरकारी नौकरी आने वाली है, या स्वरोजगार के अनेक मौके है, स्टार्टअप शुरू किया जा सकता है, अनेक प्राइवेट नौकरियां उपलब्ध है इत्यादि। जैसे –

  • मेरे पास क्या-क्या साधन है जिनका उपयोग अपने काम में कर सकता हूँ।
  • किस कार्य में ज्यादा मौके है।
  • किस काम में आगे बढ़ सकता हूँ
  • मै किस फिल्ड में विशेष कर सकता हूँ इत्यादि।

4. बाधाओं का विश्लेषण

अब आप खतरा वाले पन्ने पर अपनी सभी बाधाओं को लिख लीजिये, जैसे पैसों की संकट, पारिवारिक समस्याएं इत्यादि इसमें भी आप कम से कम अपनी दस बाधाएं लिखिए। जैसे –

  • लक्ष्य के रास्ते में कौन-कौन से बाधाये हैं।
  • मुझे किस चीज का डर है।
  • इत्यादि

नोट : ऊपर केवल व्यक्ति को उद्देश्य बनाकर SWOT analysis किया गया है जबकि यह किसी कंपनी या अन्य जगह भी उपयोग किया जा सकता है।

स्वोट विश्लेषण का उद्देश्य क्या है – What is the purpose of SWOT analysis

जैसा की आपने जाना SWOT analysis का उद्देश्य स्वयं को पहचानना है। इसके उद्देश्य में निम्न शामिल है –

  • व्यापार में या निजी जीवन में सफलता व असफलता के प्रमुख कारणों का पता लगाना तथा उसमे सुधार के लिए।
  • स्वॉट विश्लेषण के माध्यम से आसानी से निर्णय लिया जा सकता है।
  • कम्पनी के प्रगति के कारकों को समझना।
  • अपने निर्णय संबंधित समस्याओं का आंकलन करना।
  • कमजोर पड़ रहे व्यवसाय व निजी जीवन में कारकों का पता लगाना।
  • अपने कमजोरियों और ताकत का पता लगाने के उद्देश्य से।
  • अपने अवसर और खतरों को पहचान करने के लिए
  • etc.

स्वोट विश्लेषण के लाभ – Benefits of SWOT Analysis

  • किसी व्यक्ति या कंपनी के कमजोरियों का पता चलता है।
  • आंकलन करने के पश्चात योजना रणनीति बनाने में सहायक।
  • समस्याओं के समाधान के लिए उपयोगी है।
  • अपने आप को या अपने टीम को ताकतवर बनाने के लिए फायदेमंद है।
  • अपने कॉम्पटीटर की पहचान के लिए।
  • अधिक से अधिक फायदा कमाने के लिए swot विश्लेषण लाभदायक है।
  • कम्पनी के उत्पादकता को बढ़ाने के लिए।
  • SWOT analysis से प्रोजेक्ट बिजनेस मार्केटिंग में लाभ प्राप्त होता है।
  • किसी परेशानी को सुलझाने के लिए।
  • कमजोरियों को पता कर उसे समाप्त करने के लिए।
  • किसी कंपनी या व्यक्ति की शक्ति, कमजोरी, अवसर व संकट इत्यादि को पता लगाने के लिए SWOT analysis लाभदायक है।

स्वोट विश्लेषण के नुकसान, हानियां – Disadvantages of SWOT Analysis in hindi

जिस प्रकार किसी चीज के दो पक्ष होते हैं ठीक उसी प्रकार SWOT analysis के भी दो पक्ष हैं लाभ के साथ-साथ इसके नुकसान भी है हलाकि स्वोट विश्लेषण से ज्यादातर फायदा ही होता है।

स्वोट विश्लेषण के दोष –

  • अधिकतर बार यह बहुत लम्बा और जटिल प्रक्रिया बन जाता है।
  • अगर SWOT analysis कोई बड़ी कम्पनी कर रहा है तब यह थोड़ा खर्चीला प्रोसेस हो सकता है।
  • कई-कई बार सहीं result नहीं मिलता, हालांकि ऐसा बहुत कम होता है।
  • यह आंकलन का एक तकनीक है इसलिए इस पर 100% विश्वास नहीं किया जा सकता।
  • हो सकता है परिणाम बुरे निकलने पर आप या कम्पनी डिमोटिवेट हो जाये।

स्वोट विश्लेषण के लिए बेहतरीन बुक – best book for SWOT analysis

swot analysis in hindi के लिए best books का संग्रह –

कृपया : swot analysis in hindi को बेहतर तरीके से समझने के लिए वीडियो देखें

स्वोट एनालिसिस इन हिंदी

(swot analysis in hindi) संबंधित FAQ

Swot meaning in Hindi

swot का मतलब S अर्थात – strength (ताकत)
W अर्थात – weaknesses (कमजोरी)
O अर्थात – opportunities (अवसर, मौका)
T अर्थात – threats (खतरा)

What is the full form of SWOT SWOT का पूर्ण रूप क्या है?

SWOT का पूर्ण रूप – strength, weaknesses, opportunities, threats है।

SWOT Analysis क्या हैं?

अपने अंदर की ताकत, कमजोरियों, अवसर व खतरों को पहचानना SWOT analysis कहलाता है।

SWOT Analysis कैसे करते हैं?

SWOT analysis में सबसे पहले एक कॉपी पर अपने क्षमता, कमजोरी, मौका और संकट को लिख लिया जाता है इसके पश्चात उसका आंकलन किया जाता है तथा अपने कमियों को दूर करके खूबियों में बदलने की कोशिस की जाती है।

swot analysis क्यों जरूरी है?

जीवन में आने वाली कमजोरियों, बाधाओं, अवसरों, व खतरों की पहचान करने तथा सफलता प्राप्त करने की दृष्टि से स्वोट एनालिसिस आवश्यक है.

निष्कर्ष

स्वोट विश्लेषण (SWOT analysis in hindi) का उपयोग ज्यादातर कम्पनियाँ ही करती है परन्तु मेरी राय में यह analysis प्रत्येक व्यक्ति को करना चाहिए -अपने क्षमता को पहचानने व लक्ष्य निर्धारण करने के लिए। यह तकनीक अत्यधिक पुराना नहीं है, खासकर यह हाल ही के कुछ सालों में अत्यधिक प्रचलन में आया। यह पद्धति बढ़ता गया क्योंकि यह अपने आप को, अपने काम को आंकने का best तरीका है।

कृपया अपना 1 मिनट दें

friends यह लेख…स्वोट एनालेसिस क्या है (what is SWOT analysis) प्रत्येक लोगों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। इसलिए इसे सभी लोगों तक अवश्य पहुँचाये ताकि वे भी अपना काम आसान कर सके और अपने काम में सफलता प्राप्त कर सके।

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This Post Has 4 Comments

  1. Ajay Prajapati

    आपके इस ब्लॉग में मेरे प्रोजेक्ट को पूरा करने में बहुत मदद की है
    इसलिए आपका धन्यवाद

    1. satyajeet singh

      अजय जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद कॉमेंट करने के लिए – हमें ख़ुशी है की हमारा लेख आपके काम आया.

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