आपने पिछले लेख में जाना की उत्पादकता क्या है आज के लेख में हम जानेंगे की उत्पादकता के लाभ (Productivity Benefits) क्या-क्या हैं।
जैसा कि आप जानते हैं उत्पादकता – उत्पादन की क्षमता का एक औसत माप है। किसी भी उत्पादन इकाई की उत्पादकता बढ़ाने पर व्यवसाय में अनेक तरह के लाभ प्राप्त होते हैं।
इस उत्पादन के लाभ में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप में कर्मचारी, ग्राहक, उत्पादन इकाई, देश, उद्योग इत्यादि का लाभ शामिल है, परन्तु सर्वाधिक लाभ कर्मचारियों को होता है।
उत्पादकता में लाभ के तरीके – Ways to increase productivity
उत्पादकता में वृद्धि के मुख्य दो तरीके हैं, जो इस तरह हैं –
- आउटपुट में वृद्धि करके
- इनपुट में कमी करके।
इन दोनों तरीकों को उपयोग में लाने के लिए कई प्रकार कदम उठाये जा सकते हैं – जैसे – श्रम उत्पादन, मशीन उत्पादन, पूंजी उत्पादन, ऊर्जा उत्पादन इत्यादि।
उत्पादकता से लाभ का वर्गीकरण – Productivity Benefits in hindi
उत्पादकता बढ़ने से एक नहीं बल्कि अनेक क्षेत्रों में लाभ होता है आइये कुछ क्षेत्रों को जानते हैं उत्पादकता से लाभान्वित होते हैं –
1. उत्पादकता से राष्ट्र को लाभ –
चूँकि उत्पादकता किसी भी देश के अर्थव्यवस्था से सीधा संबंध रखता है, इसलिए उत्पादकता बढ़ने पर देश के अर्थव्यवस्था पर विशेष प्रभाव पड़ता है। और अर्थव्यवस्था उस देश के सभी नागरिकों को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से लाभ पहुंचाता है।
2. उत्पादकता बढ़ने से उद्यम में लाभ
अर्थव्यवस्था में उद्यम से आशय चीजों या सेवा के उत्पादन से हैं। आज के समय में किसी भी देश के औद्योगिक क्रांति, आर्थिक विकास एवं उत्पादन तथा श्रम के निर्माण में उद्यम प्रमुख बन गया है।
आज विश्व भर के उत्पादन का एक तिहाई भाग उद्यमों से ही उत्पादित हो रहा है फलस्वरूप इस सेक्टर से जुड़े सभी लोग लाभान्वित हो रहे हैं। अनेक विकसित और विकासशील देश आज उत्पादन उद्यमों पर ही आश्रित हैं।
औद्योगिक क्रांति के साथ समाज में निरंतर बदलाव से बड़े पैमाने पर उत्पादन के कारखानों के विकास के लिए उत्तरदायी है. उत्पादकता में लाभ का एक प्रमुख कारण कम्प्यूटर और रोबोट के द्वारा विकास में सहयोग है।
3. उत्पादकता से श्रमिकों को लाभ – Productivity benefits workers
उत्पादकता के द्वारा उनत्ति का मार्ग अनेक तरीकों से प्रसस्त किया जाता है। अगर इनपुट की तुलना में आउटपुट का स्तर बढ़ता है तब निश्चित रूप से उत्पादकता बढ़ती है।
और यह दर्शाता है कि – मशीनों में निवेश, सुधरी विधियों, सुधरी गुणवत्ता, तकनीकों में निवेश इत्यादि से श्रमिकों को कई प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं।
4. उत्पादकता से समाजार्थिक जीवन में सुधार का लाभ
समाजार्थिक जीवन का तात्पर्य -व्यक्ति के कार्य, अनुभव, व परिवार के अन्य लोगों की तुलना में उसकी सामाजिक अवस्था से है। इसके अंतर्गत.. उसके आय, शिक्षा, व्यवसाय आता है।
जब भी किसी व्यक्ति की समाजार्थिक जीवन की बात होती है तो इन्ही तीनों को ध्यान में रखा जाता है। समाजार्थिक जीवन स्तर को – उच्च, मध्य और निम्न इन श्रेणियों में विभक्त किया जाता है।
जब भी परिवार के किसी व्यक्ति की तुलना इन श्रेणियों में रखकर की जाती है तो तीनो चरों – आय, शिक्षा व व्यवसाय को जांचा जा सकता है। उत्पादकता और गुणवत्ता से जीवन के इन क्षेत्रों में सुधार किया जा सकता है।
5. उत्पादकता के अन्य लाभ – Other Productivity Benefits
उत्पादकता में सुधार होने पर सामान्य जनता व व्यावसायिक क्षेत्रों में जो लाभ होता है वह इस तरह है –
- उत्पादन लागत में कमी होती है जिससे वस्तुओं की कीमत घट जातो है व आम जनता को लाभ प्राप्त होता है।
- उत्पादकता अच्छी होने के कारण कंपनी में (निर्धारित लक्ष्य के अधिक उत्पादन होने पर) कार्मिकों को उत्पादन के अनुपात में प्राप्त धनराशि को बोनस कहा जाता है, दिया जाता है।
- उत्पादन में वृद्धि के फलस्वरूप कच्चा माल अधिक व सस्ता हो जाता है।
- उत्पादन में बढ़ोतरी के कारण प्रत्येक श्रमिक पहले की अपेक्षा अधिक कार्य करते हैं।
- उत्पादन के साधनों का कुछ प्रयोग होने से लागत में कमी आती है। यह उच्च गुणवत्ता वाली संस्था को अन्य संस्थाओं की तुलना में महत्वपूर्ण प्रतियोगिता सुलभ कराती है।
- उत्पादकता से अच्छी किस्म की वस्तु सस्ती दामों पर मिल जाती है।
- जब श्रमिक पहले की अपेक्षा अधिक कार्य करता है तब प्रबंधक श्रमिक की वेतन को बढ़ा देता है। अधिक वेतन से श्रमिकों के जीवन स्तर पर सुधार आता है।
- अच्छी वेतन से श्रमिक शिक्षा, स्वास्थ्य इत्यादि पर विशेष ध्यान दे सकते हैं, जो सामाजिक प्रगति के लिए बेहतर है।
- उत्पादकता में सुधार होने पर स्वयं व्यावसायिक उपक्रमों को अधिक लाभ होता है। उपक्रम अपने विनियोजकों को अधिक संतुस्ट रख सकता है। औद्योगिक शोध तथा अनुसन्धान में अधिक धन लगाकर नयी-नयी खोज कर सकते हैं।
- उच्च उत्पादन होने पर देश अपनी वस्तुओं को विदेशों में सस्ते मूल्यों पर निर्यात कर सकता है।
- अच्छी उत्पादन के कारण श्रमिक की कार्य दक्षता बढ़ती है और उसी कार्य दक्षता के कारण उसे अतरिक्त धनराशि की भी प्राप्ति होती है।
- कम्पनी द्वारा उत्पादन निर्धारित लक्ष्य तक या उससे ज्यादा उत्पादन का लक्ष्य प्राप्त करने के प्रोत्साहन स्वरुप दी जाने वाली राशि प्रोत्साहन राशि कहलाती है।
आखिर में
उम्मीद है आपके लिए यह लेख उत्पादकता के लाभ (productivity benefits in hindi) उपयोगी शाबित हो।
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