Pearl Farming Business Idea : अगर आप अपने जॉब के साथ-साथ कोई ऐसा Business करना चाहते हैं जिससे आमदनी में अच्छा खासा इजाफा किया जा या आप अपने कॅरियर की शुरुवात की शुरुवात एक बेहतर Business Idea के साथ शुरू करना चाहते हैं तो हम आपके लिए Business Ideas in Hindi के इस कंडी में Best Business Ideas की List लाते रहते हैं.
वैसे तो बिजनेस आइडियाज की भरमार है. परन्तु आज हम जिस Business Idea की बात करेंगें वह High Profit वाला बिजनेस हैं. जिसमे कम निवेश के साथ भारी मुनाफा कमाया जा सकता है. बेसक यह किसानों के बीच एक पॉपुलर बिजनेस बन चूका हैं, हम बात कर रहे हैं मोती की खेती के बिजनेस (Pearl Farming Business) की. यह बिजनेस कमाई के मामले में आसमान की उचाईयों को चुने वाला बिजनेस हैं.
मोती क्या है और इसके कितने प्रकार हैं? – What is Pearl and how many types are there
जब हम बात करते हैं मोतियों की तब हमारे जहन में चमकदार महगें-महगें आभूषणों का चित्रण होता है. मोती बहुत ही कीमती धातु होता है. जो महगें-महगें आर्टिफिसियल गहने व आभूषणों के निर्माण में प्रयुक्त किया जाता है. दुनियाभर में इसकी मांग हमेसा से बनी रही है.
यु तो मोती प्राकृतिक रूप से निर्माण होने वाली धातु है जो पृथ्वी पर सदियों ने स्थित हैं. परन्तु कृतिम रूप से भी इसका निर्माण किया जाता है. वैसे इसे निर्माण नहीं कहा जा सकता यह केवल पालन की एक प्रक्रिया है. जैसे की – मछली पालन, मधुमक्खी पालन, इत्यादि
मोतीयों के प्रकार
केवीटी | मोती के इस प्रकार में सीप के अंदर फारेन बॉडी डालकर मोती तैयार किया जाता है. इसकी बाजार कीमत हजारों में होती है. |
मेंटलटीसू | मोती के इस प्रकार में सीप के भीतर सीप की बॉडी का हिस्सा डाला जाता है. इसका उपयोग खाने के पदार्थों के लिए किया जाता है. |
नोगट | मोती के इस प्रकार में एक चमकदार गोल आकार का सुंदर मोती होती है, इसकी कीमत 50,000 तक होती है. |
मोती की खेती कैसे करें, पूरी प्रक्रिया जानें
मोती की खेती Pearl Farming Business बेसक भारी मुनाफा वाला बिजनेस हैं परन्तु इस बिजनेस के लिए मेहनत और धैर्य भी उतना ही आवश्यक हैं. क्योंकि इस बिजनेस में मोती के निर्माण एक साल से तीन साल के समयांतराल में होता हैं. परन्तु इसकी कमाई आकर्षक है जो इस समयांतराल के अनुभव को बेहतर बनता हैं.
मोती की खेती के लिए सबसे पहले प्रशिक्षण लें – जानें प्रशिक्षण कैसे लें
मोती की खेती (Pearl Farming) के प्रशिक्षण के लिए एग्रीकल्चर रिसर्च के तहत एक नया विंग बनाया गया है. इस विंग का नाम सीफा यानी सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ फ्रेश वॉटर एक्वाकल्चर है. जोकि ओडिशा के भुवनेश्वर में स्थित हैं आप यहाँ से यहां मोती की खेती के लिए 15 दिनों की ट्रेनिंग ले सकते हैं.
इसके अलावा आप 91-11-25843301 नंबर पर भी संपर्क कर सकते हैं जो की भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (Indian Council of Agricultural Research) का नंबर हैं यहाँ से आप Pearl Farming के प्रशिक्षण की जानकारी ले सकते हैं.
इसके अलावा आज डिजिटल और ऑनलाइन के ज़माने में आप Online तरीके से भी मोती की खेती की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. ऐसे वीडियोज और आर्टिकल की भरमार है जो आपको Pearl Farming Business के बारे में जानकारी प्रदान करें.
मोती की खेती कहाँ पर करें?
यह आपके Business के आधार पर तय किया जा सकता है जैसे की आपके पास जगह अधिक से अधिक मात्रा में है तब आप इसे बड़े पैमाने पर शुरू कर सकते हैं परन्तु अगर आपके पास जगह की कमी है
तब आप इसे छोटी जगह से लगभग 500 वर्गफीट से शुरू कर सकते हैं. अधिकतर लोग यह बिजनेस अपने घर पर ही गड्ढे खोदकर या तालाब बनाकर शुरू करते हैं. 500 वर्गफीट पर आप 100 मोतीयों के साथ Pearl Farming का Business शुरू कर सकते हैं.
Pearl Farming के Business में लागत?
बाजार मूल्य के आधार एक मोती की कीमत न्यूनतम 15 रूपये तय किया जा सकता है इस प्रकार आप 15 से 25 रूपये में एक मोती प्राप्त कर सकते हैं. तालाब व गड्ढे के निर्माण के लिए 10000 से 15000 रूपये खर्च करने पड़ेंगें, वॉटर ट्रीटमेंट पर 1000 रूपये का खर्च मान लीजिये और अन्य छोटे-मोटे जरूरतों के लिए 1000 रूपये खर्चने पड़ेंगें.
इस प्रकार आकलन किया जाये तो मोटा-मोटा 20,000 रूपये की लागत आपको मोती का बिजनेस (Pearl Farming Business) शुरू करने के लिए लग जायेगा
इस प्रकार आप कम लागत और थोड़ी सी मेहनत पर लाखों की कमाई करने वाले Pearl Farming Business Idea In Hindi की शुरुवात कर सकते हैं.
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आखिर में
हमे पूरी उम्मीद है कि आपको हमारा यह लेख…मोती का बिजनेस कैसे शुरू करें? इससे लाखों कमाए (Pearl Farming Business ideas in hindi) पसंद आया होगा. कृपया करके इस लेख को अधिक से अधिक Shear करें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ उठा सके. अगर लेख से संबंधित किसी प्रकार की शिकायत हो तो Comment Box के माध्यम से हमें अवश्य कहें.
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