Read more about the article उत्पादकता क्या है? परिभाषा, आवश्यकता व लाभ | What is Productivity in hindi
productivity in hindi

उत्पादकता क्या है? परिभाषा, आवश्यकता व लाभ | What is Productivity in hindi

उत्पादकता किसी भी देश की उनत्ति और प्रगति के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण कारण हैं, इस लेख उत्पादकता क्या है (What is Productivity) में हम उत्पादकता के बेसिक जानकारियों को जानेंगे। तथा आने वाले लेख में हम उत्पादकता से सम्बंधित…

4 Comments
Read more about the article ग्लोबल वार्मिंग या भूमण्डलीय तापन क्या है | What is Global Warming in hindi
global warming in hindi

ग्लोबल वार्मिंग या भूमण्डलीय तापन क्या है | What is Global Warming in hindi

Global Warming : पहले की अपेक्षा पृथ्वी का पर्यावरण आज के समय में तेजी से बदला है और यह सब बढ़ती आबादी और उसके क्रियाकलापों के बदौलत है। ग्लोबल वार्मिंग या भूमण्डलीय तापन में हम इन्ही चीजों को जानेंगे कि…

0 Comments
Read more about the article भारत में आविष्कार और विदेश का नाम ऐसा क्यों?
भारत में आविष्कार और विदेश का नाम ऐसा क्यों ?

भारत में आविष्कार और विदेश का नाम ऐसा क्यों?

[अंकगणित बीजगणित ज्यामिति और शून्य का सिद्धांत] भारत देश के प्रत्येक नागरिक को गर्व होना चाहिए कि हम भारतवर्ष की पावन भूमि में जन्म लिए हैं. और गर्व है भी की भारत हमारी जननी है. भारत - यहाँ के ऋषि…

0 Comments
Read more about the article नवजात शिशु का मुंडन (चूडाकरण) क्यों किया जाता है?
नवजात शिशु का मुंडन (चूडाकरण) क्यों किया जाता है

नवजात शिशु का मुंडन (चूडाकरण) क्यों किया जाता है?

हिन्दू धर्म में मुंडन संस्कार बच्चे के लिए महत्वपूर्ण संस्कार है, जन्म के समय या जब शिशु के दांत आने शुरू हो तब। या फिर बच्चे के तीन वर्ष की उम्र के यह - मुंडन संस्कार (चड़ाकरण) किया जाता है.…

0 Comments
Read more about the article विश्वामित्र मेनका का प्रेम | शकुंतला, दुष्यंत और भरत की कहानी
विश्वामित्र मेनका का प्रेम | सकुंतला, दुष्यंत और भरत की कहानी

विश्वामित्र मेनका का प्रेम | शकुंतला, दुष्यंत और भरत की कहानी

महर्षि विश्वामित्र और अप्सरा मेनका की प्रेम कहानी - विश्वामित्र व मेनका की पुत्री शकुंतला ने एक दिव्य बालक को जन्म दिया जो भरत कहलाया और आगे चलकर भरत के नाम पर ही हमारे देश का नाम आर्यावर्त से भारत हुआ।  महर्षि विश्वामित्र…

0 Comments