जैन धर्म में ‘पूर्ण ज्ञान’ के लिए शब्द
जैन धर्म में ‘पूर्ण ज्ञान’ के लिए कैवल्य शब्द का प्रयोग किया जाता है. महावीर स्वामीं को बारह वर्षों की कठोर तपस्या तथा साधना के पश्चात जृम्भिक ग्राम के समीप ऋजुपलिका नदी के तट पर एक साल वृक्ष के नीचे कैवल्य (पूर्ण ज्ञान) प्राप्त हुआ था, फलतः वे ‘केवलिन’ कहलाए.