What is Baldness in hindi : आप सबको पता होगा की आज के समय में बालों का झड़ना, गंजापन एक ऐसी समस्या और बीमारी बन चूका है कि इससे हर तीसरा व्यक्ति पीड़ित है.
बालो के झड़ने का कारण, गंजापन क्यों होता है, खालित्य, इन्द्रलुप्त (Alopecia) इन सब के बारे में आप इस लेख में जानेंगें तथा इसके इलाज व उपाय के बारे में सटीक जानकारी प्राप्त कर कर पाएंगे –
गंजापन क्या है – What is Baldness in hindi
गंजापन (Ganjapan) – शरीर में, विशेषकर सिर के बालों का झड़ना इन्द्रलुप्त या गंजापन कहलाता है. यह रोग रक्त की अशुद्धता, उपदेश आदि के विषो के कारण तथा भोजन खानपान में हुए गड़बड़ी के वजह से होता है.
इसमे सिर के केश (बाल) धीरे-धीरे झड़ने लगते है, और अंत में सर में चिकनी खाल उभर आता है जिसे खल्वाट या गंजा (टकला) कहा जाता है।
“गंजेपन की समस्या इतना गंभीर है, और इतनी बढ़ती जा रही है की, बालो की इस समस्या पर 3 से 4 फिल्मे भी बन चुकी है “
रोजाना हमारे सर से 20 से भी कम बाल गिरते-झड़ते रहते है, जो सामान्य है. परन्तु अगर इससे ज्यादा आपके बाल झड़ रहे हैं तो यह गंजेपन का विषय हो सकता है, यह भी देखा जाता है कि बाल पतले होने लगता है और एक या अनेक जगह चकते (गंजापन) आ जाता है.
चिकित्सा विज्ञान के अनुसार क्या है गंजापन – What is Baldness According to Medical Science
चिकित्सा विज्ञान के आधार पर बालों के झड़ने का अनेक कारण हो सकते हैं – इनकी सूची नीचे देखें
- लम्बी बिमारी, बड़ी सल्य क्रिया अथवा गंभीर संक्रमण जैसे शारीरिक व मानसिक तनाव से दो या तीन महीने बाद बालो का झड़ना सामान्य प्रक्रिया है। हार्मोन्स स्तर में अचानक बदलाव भी इसका कारन है विशेषकर महिलाओ में शिशु को जन्म देने के बाद यह हो सकता है साधारण तरीके से बाल झड़ते रहते है, किन्तु गंजापन नहीं दिखाई देता।
- ओषधियों के अत्यधिक प्रभाव, कुछ एक दवाई खाने से हो सकता है और यह अचानक पुरे शरीर पर प्रभावी हो सकता है।
- चिकित्सकीय बीमारी के लक्सण बालों का झड़ना चिकित्स्कीय बीमारी के लक्षण हो सकते है,जैसे की थाइराइड विकृति, सेक्स हार्मोन्स में असंतुलन या गंभीर पोसाहार समस्या विशेष कर – प्रोटीन, लौह, जस्ता, बायोटिन में कमी, यह कमी खान पान में परहेज करने वालों, और जीन महिलाओ में मासिक धर्म होता है उनमे आम है। मासिक धर्म में बहुत अधीक रक्त स्त्राव हो जाता है जिससे यह आम बात है।
- सिर की त्वचा खोपड़ी जब विशेष प्रकार के फफूँद खोपड़ी में आ जाते है तब भी बाल झड़ना प्रारम्भ हो जाता है छोटे बच्चों में भी यह परेशानी देखने को मिलती है।
- गंजापन की स्थिति में बाल बहुत कम रह जाते है। गंजापन की मात्रा कम या ज्यादा हो सकता है। इसे एलोपेसिया कहा जाता है इसमें बाल सामान्य से ज्यादा झड़ने लगते है, और नए बालो का उगना रुक सा जाता है बाल जहा से झड़ते जाते है उस जगह पर चिकनाहट आने लगती है हेयर लाइन धीरे धीरे खत्म होने लगते है।
यह समस्या बिगड़ते खान-पान, बढ़ते प्रदूषण इत्यादि के कारण ज्यादा होता है.
गंजेपन के प्रकार – Types of Baldness in hindi
1. वंशानुगत गंजापन – Hereditary baldness in hindi
अगर आपके बालों के झड़ने का कारण वंशानुगत है जैसे पुरुषो के बाल जिस प्रकार झड़ते रहते हैं, उदाहरण – मांग के बाल का झड़ना सिर के बाल का झड़ना, इस प्रकार बालों का झड़ना आम बात है, यह किसी भी समय यहां तक के किशोरावस्था में भी आरम्भ हो सकता है.
2. एंड्रोजेनिक एलोपेसिया – Androgenic Alopecia in hindi
यह महिलाओं से ज्यादा पुरुषो में होता है यह एक स्थाई प्रकार का गंजापन है, इससे पुरुषो का गंजापन भी कहते है, यह एक ख़ास ढंग से खोपड़ी में उभरता है, व कनपट्टी और सर के ऊपरी हिस्से से सुरु होकर पीछे की और बढ़ते जाता है,
जवानी में या किसी भी उम्र में सकता है और व्यक्ति को पूरी तरीके से गंजा कर सकता है, इस किस्म का गंजापन टेस्टोस्टेरॉन नामक हार्मोन्स सम्बन्धी बदलाव के कारण होता है.
3. एलोपेसिया एरिटा – Alopecia Areata Hindi
इसमें सिर के अलग-अलग हिस्से से बाल गिरते रहते है और सर में गंजेपन का पेंच लग जाता है, इसकी मुख्य कारण अभी भी अनजान है. पर एसा माना जाता है कि शरीर में रोग प्रतिरोधक छमता कम होना इसका कारण हैं,
4. ट्रेक्शन एलोपेसिया – Traction Alopecia Hindi
यह एक ही तरह का हेयर स्टाइल लम्बे समय तक रखना, सर के बालो का लम्बे समय से एक ही दिशा में खिचाव, लगातार एक ही प्रकार की चोटी रखना इन कारणों से होने वाला गंजापन है.
गंजापन का मुख्य कारण – Main Cause of Baldness in hindi
गंजापन के मुख्यतः तीन कारण है –
- वंशानुगत गंजापन
- पुरुष हार्मोन्स
- बढ़ती हुई आयु
महिलाओ के, सिर के आगे हिस्से को छोड़ सभी हिस्से का बाल झड़ने लगता है.
बालों के विषय में हुए आधुनिक शोध क्या कहते हैं
जापान में हुए एक शोध के अनुसार, मानवो में बाल झड़ने का प्रमुख कारन sos21 नामक जीन उत्तरदाई होता है.
बालों का झड़ना व गंजापन DHT असन्तुलन के कारण भी हो सकता है?
- अगर हमारे सरीर में प्रोटीन का मात्रा ज्यादा हो जाता है या फिर शारीरिक मेहनत न होने से हमारे सरीर में एंत्रोजन का स्त्राव जरुरत से ज्यादा होने लगता है, तो वह 5AR (5 अल्फा रेडक्टेज़) एंज़ाइम के जरिये DHT (डिहाइड्रो टेस्टोस्टेरोन) में परिवर्तन होने लगता है। हमारे सरीर में 5 से 10 प्रतिसत DHT स्वतः ही स्त्रावित होती रहती है, परन्तु यह DHT ज्यादा में होने लगता है तब हमें हेयर फाल, दो मुहे बाल आदि की समस्या होती है।
- DHT एक ऐसा हार्मोन्स है जो गर्भ में बच्चो के विकाश में सहायक है, इसी की वजह से किसोरा अवस्था में लड़को का आवाज भारी और लड़कियों की आवाज सुरीली होती है। DHT को हम ख़त्म नहीं कर सकतें इसे संतुलित किया जाता है।
- DHT संतुलन के लिए निम्न उपाय।
- लाइकोपीन – लाइकोपीन का अच्छा स्रोत टमाटर,आम ,तरबूज, गाजर, मुगफली बादाम अखरोट आदि अतः इन सब को अपने भोजन में शामिल करे।
- आयरन के कमी से भी बाल झड़ते है अतः, मांश मछली अंडा मीट फूलगोभी और पालक का सेवन करें।
- संतरा नीबू टमाटर विटामिन सी से भरपूर होते है।
- ओमेगा 3 नट्स, बादाम, काजू, मूंगफली आदि।
- बालो को रोज न धोये हप्ते में 3 बार काफी है।
- बालो को तौलिये से ज्यादा न रगडें।
- स्ट्रटर से बालो को सीधा ना करे।
- रात में रोज नारियल तेल से बालो को मालिश करे।
- नमक का अधिक सेवन से भी बालो पर प्रभाव पड़ता है अतः नमक सेवन कम करे।
गंजापन का उपचार – Baldness Treatment in hindi
1. केश प्रत्यारोपण, हेयर ट्रांसप्लांट – Hair transplant
इस इलाज़ में सिर के उन हिस्सों से जहा बाल अभी भी सामान्य रूप से उग रहे है, से केश ग्रंथिया लेकर उन्हें गंजेपन से प्रभावित स्थान पर ट्रांसप्लांट कर दिया जाता है. इससे वह केश ग्रंथिया प्रभावित नहीं होती जहा से केश लिया जाता है, तथा त्वचा सम्बंधित समस्याएं भी बहुत कम होती है.
2. गंजापन से बचाव के लिए दवाओं का इस्तेमाल
माइनोक्सिडिल नामक दवा का इस्तेमाल कम बाल वाले हिस्सों पर लगाने से बाल गिरना रुकता है और नए बाल निकलना प्रारम्भ हो जाता है. यह दवा रक्त वाहिनियों को ससक्त बनाती है, तथा बाल बढ़ने में सहायक हार्मोन्स में वृद्धि करती है.
फाइनस्टराइड नाम की दवा भी बालो की गिरना रोकने में सहायक है, रोजाना एक टेबलेट के सेवन से कई मामले में नया बाल का उगने लगता है. ये दवाई बालो का गिरना कम तो कर सकता है पर इनका सेवन अचानक बंद कर देने से, पुनः बाल झड़ना प्रारम्भ हो जाता है. और इससे सिर खुजलाने जैसे कुछ साइड इफेक्ट भी हो सकते है.
इसके अलावा कोर्टिकोस्टराइड नामक एक इंजेक्शन भी है, जो एलोपेसिया अरीटा के मामले में खोपड़ी की त्वचा में दी जाती है. इस उपचार की प्रक्रिया मासिक होती है, कई बार डॉक्टरों द्वारा एलोपेसिया एरिटा के चलते अत्यधिक बाल गिरने पर कोर्टिकोस्टराइड टेबलेट खाने की सलाह दी जाती है.
3. गंजापन व बालों के लिए कॉस्मेटिक उपचार
सिंथेटिक केश – गंजेपन से प्रभावित जगह को ढकने के लिए विशेष रूप से निर्मित बालो का उपयोग किया जाता है जहा ध्यान देने की बात यह है की बालो की निचे की खोपड़ी को टाइम टू टाइम धोते रहना चाहिए, इसमे लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए, नहीं तो बालो को इंफेक्शन का खतरा हो सकता है.
4. गंजापन से बालों के बचाव के उपाय?
वैसे तो गंजापन का कोई बचाव नहीं है पर एक थ्योरी यह है, की किसी भी प्रकार का तनाव या आघात शरीर के हार्मोन्स को बिगाड़ देता है. यदि तनाव पर काबू पाया जा सके तो बालो को वापस लाया जा सकता है. व्याम योगा पैदल चलना, मन को सांत रखना संगीत सुनना, समय का आनन्द लेना आदि अपनी दिनचर्या में लाये तो तनाव मुक्ति, बाल को वापस लाने में सहायक हो सकता है.
5. गंजापन से बचाव और बालों को झड़ने से रोकने के लिए टॉप 5 आयुर्वेदिक तेल
नीचे दिए गए 5 आयुर्वेदिक तेल में से किसी एक का उपयोग गंजेपन के लिए अवश्य करनी चाहिए –
6. बालों के बचाव सम्बंधित TIPS, बालों की देखभाल – Hair Care Tips in hindi
- गीले बालो पर कंघी न करे बालों को सूखने दे।
- नारियल बादाम या सरसो के सुद्ध तेल से बालो का मसाज करे।
- पानी अधिक से अधिक मात्रा में पीये, यह सरीर में रक्त का माध्यम से ऑक्सीजन पहुंचाता है।
- प्रोटीन की प्रचुर मात्रा अपने भोजन में शामिल करे।
- नियमित रूप से अपने बालो को धोये (पर केमिकल सेम्पु का यूस कम करें)
- विटामिन से भरपूर आहार ले विटामिन A ,E ,और B सहायक है।
- बालो पर ज्यादा तनाव न दे।
7. बालों व गंजेपन के लिए घरेलु नुस्खे व उपाय – Home Remedies and Remedies for Hair and Baldness in hindi
गंजापन का घरेलु उपचार –
- लहसुन – का प्रयोग खाने में ज्यादा मात्रा में करे।
- उड़द – उड़द की दाल उबाल कर पीस ले और बालो में लगाए।
- प्याज – का रस भी बालो में लगाने से बाल झड़ना बंद होता है और नए बाल उगते है।
- केले – के गूदे को निम्बू में मिलकर सर पर लगाए।
- आंवला – विटामिन c से भरपूर रहता है उसका सेवन करे, व दही के साथ पीस के मिला ले और सर पर लगाए।
- अमरबेल – अमर बेल के पौधे से रस त्यार किया जाता है एक सप्ताह तक लगाया जाय तो डैंड्रफ की समस्या ख़तम हो जाती है, आम के पेड़ में चढ़ी हुई अमरबेल को पानी में उबालकर पिने से गंजापन दूर होता है।
- गेंदा – गेड़ा के फूल का रस नारयल तेल के साथ मिला कर हलकी मालिश करे सर के संक्रमड को समाप्त करता है।
- बहेड़ा – बहेड़ा इस्सके बीजो के चूर्ण को नारियल या जैतून के तेल में मिलाकर हल्का गुनगुना करके बालो पर लगाना लाभकारी होता है।
- गुड़हल – गुड़हल इसके फूलो के रस को नहाने के कुछ देर पहले लगाना चाहिए, यह कंडीस्नर का काम करता है और बाल काले होते है।
- पारिजात –पारिजात आदिवासी हर्बल जानकारों के अनुसार पारिजात के पत्तियों और बीजो का चूरन तेल में मिलाकर रात में रोज लगाने से गंजेपन से छुटकारा मिलता है बाल उगना चालु हो जाता है।
- शिकाकाई – शिकाकाई के बीजो को पीसकर रात भर पानी में डुबाकर रखे, सुबह इससे बाल धो ले, बालो के बहुत ही लाभकारी है।
- जटामासी – जटामासी की जड़ को नारियल तेल के साथ उबाल कर ठंढा कर ले, और प्रतिदिन बालो में लगाए, बालो का असमय झड़ना पकना सब रुक जाता है, और दो मुहे बाल से भी छुटकारा मिलता है।
- तिल – तिल के तेल बालो के लिए अति उत्तम है तिल के और गाय के घी अमरबेल तीनो को मिलाकर बाल में लगाने से गंजापन दूर होता है।
- नीम – नीम के बीज का तेल कई मामलो में गुडकारी है रात में सोने से पहले लगाये और सुबह धो ले बालो का झड़ना बंद जाएगा।
- टमाटर – पके हुए टमाटर के रस को सर पर लगाये।
- कनेर – कनेर के पत्तियों का रस दूध में मिलाकर सर पे लगाने से गंजापन दूर होता है।
- अरण्डी – अरण्डी इसके तेल का इस्तमाल करने से बालो का झड़ना रुक जाता है।
- मुनगा – या सहजन इसके पत्तियों के रास को लगाकर प्रतिदिन नहाने से रुसी समाप्त हो जाता है इसका इस्तेमाल सेम्पु में भी होता है।
- मेथी – मेथी की सब्जी का सेवन भी लाभकारी है और इसके बीजो का चूर्ण बनाकर पानी के साथ मिलाकर पेस्ट बना लिया जाता है, ये लेप रोज आधा घंटा तक लगाए बालो का झड़ना, डैंड्रफ की समस्या सब समाप्त हो जायेगी।
बालों के उचित देखभाल के लिए रोज बालाभ्याम अवश्य करे
(नोट : कृपया दिए हुए उपचार का इस्तेमाल से पहले अपने डॉक्टर या वैद्य से सलाह अवश्य लें – धन्यवाद)
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