नवजात शिशु का मुंडन (चूडाकरण) क्यों किया जाता है?
हिन्दू धर्म में मुंडन संस्कार बच्चे के लिए महत्वपूर्ण संस्कार है, जन्म के समय या जब शिशु के दांत आने शुरू हो तब। या फिर बच्चे के तीन वर्ष की उम्र के यह - मुंडन संस्कार (चड़ाकरण) किया जाता है.…
हिन्दू धर्म में मुंडन संस्कार बच्चे के लिए महत्वपूर्ण संस्कार है, जन्म के समय या जब शिशु के दांत आने शुरू हो तब। या फिर बच्चे के तीन वर्ष की उम्र के यह - मुंडन संस्कार (चड़ाकरण) किया जाता है.…
बच्चों की परवरिश और संस्कार से जुड़े कई आर्टिकल मै आपके लिए लेकर आ चूका हूँ, जिनको पढ़कर आप अपने बच्चों के भविष्य के लिए बेहतर कर सकते हैं। बच्चों के लिए सफलता और असफलता के मतलब आज इसी सम्बन्ध…
जीवन का सबसे आनंदमय समय बचपन होता है इसलिए बच्चों को अपने बचपन का आनंद लेने दीजिये। बच्चों की परवरिश से जुड़े अनेक बेहतरीन आर्टिक हमने लिखे हुए हैं, उसी कड़ी में यह अगला लेख बच्चों की परवरिश से जुडी…
जैसे बिना ढील दिए कोई पतंग नहीं उड़ती, वैसे ही बिना छूट दिए कोई बच्चा चलना नहीं सीखता, आपको अपने बच्चे को पंख देना है, उड़ना तो वह खुद ही सिख जाएगा. परवरिस और पतंगबाज़ी में ज्यादा फर्क नहीं है, दोनों…